भारतीय ज्‍योतिष के इस परम्‍परागत प्रयोग पर मैं निरंतर कार्यरत हूं आशा है आप भी इससे लाभ प्राप्‍त करेंगे

Saturday, May 7, 2011

17 वर्षां की संघर्ष के पश्चात् शासकीय नौकरी मिलने में सफलता

मैं मध्यम परिवार से जुड़ी हूं। बचपन से जिवन संघर्षमय रहा है। पिछले 17 वर्षा से लगातार हर विभाग में नौकरी के लिए पूर्ण योग्यता,अनुभव एवं तैयारी के साथ सम्मिलित हुई किन्तु हर जगहों पर निराषा ही हाथ लगी। इस बीच कितने ही पंडितों, ग्रहों के जानने वाले लागों से भी मिली, किन्तु नौकरी नहीं मिली।
नरेन्द्रजी अग्रवाल के पास रूद्राक्ष जांच करवाया। जांच के दौरान उन्होंने मुझे केवल 4 लाईन की चौपाई का मंत्र जाप करने की सलाह दी एवं मुझे एक अंगुठी भी दी थी, मंत्र जाप एवं अंगुठी धारण करने के पश्चात् 04माह के भीतर ही मुझे शासकीय नौकरी मिल गयी। मेरी 17 वर्षाें की तपस्या सफल हुई, इससे बढ़कर मैंने ईष्वर से कुछ नहीं मांगा था।
नरेन्द्रजी ने मेरी निःषुल्क रूद्राक्ष जांच एवं अंगुठी भी निःषुल्क उपलब्ध करायी।जिन्हेशारीरिक,मानसिक,आर्थिक,पारिवारिक, नौकरी एवं अन्य किसी प्रकार की भी समस्या हो तों वे अवस्य की रूद्राक्ष जांच करावें एवं सफलता प्राप्त करें।
मैं परम पिता परमेष्वर से यही निवेदन करती हूं कि वे हमारे जैसे तकलीफ, कष्टों में रहने वाले लोगों के शुभचिंतक बने रहे एवं वे हमेषा स्वस्थ्य,मस्त तन्दुरस्त रहें, आनन्दित रहें। ईष्वर में उनकी प्रीति बढ़े, भक्ति बढे़। इन्हीं शुभकामनाओं के साथ!

भूली-भटकी शुभ चिंतक
कु.व्ही.बी.बोरेकर
दुर्ग छत्तीसगढ़
दिनांक 02.05.2011,सोमवार
चैत्र कृष्ण पक्ष दषमी/अमावस्या ति

लड़ाई की प्रवृत्ति भी ठीक होती है

मेरा काम में मन नहीं लगता था। घर में पारिवारिक विवाद झगड़ा हो जाता था उसमें अभी सुधार आया है। काम पर जाने से लोगों से बात बात में झगड़ा होता था। दिनांक 12.4.11 को अग्रवालजी के पास जांच करवाया, इनके इलाज से मुझे दूसरे दिन से ही मानसिक शान्ति तथा काम में मन लगने लगा और अब मुझे किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं है। नरेन्द्र अग्रवालजी की दवा से मैं बिल्कुल ठीक हो गया हूं। अब मुझे कोई तकलीफ नहीं है, मैं उनका बहुत बहुत आभारी हूं। मैं दुआं करता हूं कि मैं हमेषा ठीक रहूं। अग्रवालजी को कोटि कोटि धन्यवाद।

पप्पू कुमार निषाद
शांति नगर जैन मंदिर के पास
भिलाई जिला दुर्ग
फोन 9926149873
दि.27.04.2011

लिंग की समस्या भी ठीक होती है

मेरी पिछले 22 वर्ष की उम्र बाद से सेक्स उत्तेजना दिनों दिन घटते जा रही थी और करीबन 27 वर्ष की आयु होते तक वह लगभग पूर्ण रूप से समाप्त हो गई थी। यहां तक कि मेरे द्वारा किसी भी प्रकार का प्रयास करने के बाद भी लिंग से वीर्य एक बून्द भी नहीं निकलता था, अर्थात् वीर्य निकलना पूर्ण रूप से बन्द हो गया था। इस तकलीफ के लिए मैने कुछ विषेषज्ञ डाक्टरों को दिखाकर ईलाज भी करवाया था परन्तु मुझे जरा भी फायदा नहीं हुआ। इस स्थिति को देखते हुये मैं शादी करने के बारे में भी नहीं सोचता था। इस बीच मेरी सोच हर विषय में नेगेटिव ही रहती थी। इसके बाद मैं नरेन्द्र अग्रवालजी के पास आकर रूद्राक्ष जांच करवाया जांच उपरान्त मेरे शरीर की अंदरूनी स्थिति को अग्रवालजी द्वारा मुझे बताए, जिससे मैं भी आष्चर्य चकित रह गया।
दिनांक 17.11.2010 को प्रथम बार जांच करवाया और बताये अनुसार अंगुठी धारण किया, दूसरे बार दिनांक 2.1.2011 को जांच करवाया, इसी बीच मुझे 10 दिन की दवा भी दी गई। दवा सेवन करने से मेरा वीर्य भी प्रचुर मात्रा में निकलना शुरू हो गया तथा लिंग में बहुत हद तक उत्तेजना आने लगी। इसके साथ साथ मेरी सोंच में 55 प्रतिषत सकारात्मक होने में सुधार आ गया। इस प्रोग्रेस को देखते हुए इसी बीच मैंने शादी करने हेतु बिलासपुर की लड़की से रिष्ता तय कर लिया। अब मेरी शादी फरवरी 2011 में निष्चित हो गयी। इस प्रकार से मुझे आषातीत फायदा होने लगा।

नितिन अग्रवाल
तमेरपारा दुर्ग
फोन 9993478289
दि. 15.1.2011

Thursday, May 5, 2011

शारीरिक बाधा दूर होती है

मैं आपसे मिलने के पहले बहुत परेषान था, मेैंने देखा कि मेरे द्वारा जो भी कार्य कर रहा था, उसमें कुछ ना कुछ रूकावटें आ जाती थी, कई काम होते होते किसी कारणवष नहीं हो पाता था, प्रत्येक दिन रात में मुझे सपना आता था, जिससे मुझे सुबह उठने के बाद हरारत महसुस होता था, लेकिन गुरूजी के आषीर्वाद से मुझे रात का परेषानियां ठीक हो गयी एवं वर्तमान में भी सभी कार्य सफलता पूर्वक हो रहे हैं। ईष्वर से प्रार्थना करता हूं कि मेरा कार्य इसी प्रकार चलता रहे।

डुम्मन बंजारे
शा.आयु.कालोनी
आई टाईप-7 रायपुर
फोन 9300097070
दि 11.9.2010 समय शाम 4ः00

शरीर का दर्द भी फुकने से ठीक होता है

तकरीबन 1 वर्ष से मुझे नींद आती थी और किसी भी काम में मन नहीं लगता था और हमेषा बेचैनी लगी रहती थी, घर में भी अषांति बनी रहती थी,सिर भी भारी लगता था, जब मैं अग्रवालजी से 3.8.2010 को मिली और अपना इलाज करायी, तब से मेरे सब काम में मन लग रहा है, मेरी उदासी दूर हो गयी। सभी काम सहीं हो रहा है, मैं पहले से बहुत प्रषन्न रहती हूं। नरेन्द्र अग्रवालजी ने मेरा मुप्त में इलाज किया। मैं उनकी बहुत बड़ी शुक्रगुजार हूं।


अनिता मरकाम
पिता स्व.अंडरूराम मरकाम
बजरंग नगर कंडरा पारा दुर्ग
दिनांक 8.8.2010

सिर्फ ताबीज से अनेकों समस्याऐं ठीक होती है

तकरीबन 3-4 वर्षाें से मुझे नींद न आना,मन बहुत सारे विचारों का टेन्षन, पारिवारिक समस्याऐं, घर के काम में मन न लगना, परिश्रम के बावजूद मनचाही सफलता न मिलना, शारिरिक अस्वस्थता, घर में बरकत न पड़ना इतनी सारी समस्याओं से मैं ग्रस्त था। जनवरी 2010 में मैं राधा प्लाई रेंज किषन माल में सर्विस करना चालू किया। इसके दरम्यान मैने देखा कि श्री नरेन्द्र अग्रवालजी द्वारा मेरे जैसे और मुझसे अधिक परेषानी वाले कई लोगों की समस्याओं का समाधान हो रहा है, यह देख के मेरे मन में कई बार यह विचार आया कि मैं उनसे अपनी समस्याओं के समाधान पूछुं। परन्तु मैं कई बार उनकी आफीस में जाते जाते रूक जाता था, मेरी परेषानी एक दिन काफी बढ़ती गई तब मैंने उनसे अपनी परेषानीयों के बारे में बताया, तब उन्होंने मुझे बैठाकर कहा कि तुम्हें कोई बाहरी हवा दृष्ट शक्ति से काला जादू किया है। तब मैं चकित रह गया, इसके पश्चात् उन्होंने मुझे एक ताबीज पहनने के लिए दिया और कहा कि घर जाकर अगरबत्ती पूजा करने के बाद इसे धारण करना। मैंने ठीक वैसा ही किया और चमत्कार हुआ जैसे ही मैंने ताबिज पहना, वैसे ही मुझे लगा कि मेरे कान से हवा बाहर निकल गयी, उसी रात्रि में मुझे बहुत अच्छी नींद आयी, दूसरे दिन से काम में मन लगने लगा और काम में सफलता भी मिलने लगी, घर की परेषानी भी दूर हो रही है,घर परिवार और कामकाज में खुषहाल माहोल बन रहा है। जैसे श्रीमानजी द्वारा मुझे आनंद प्राप्त हुआ और बाधाओं से छूटकारा मिला वैसे परमात्मा उनके और उनके परिवारजनों को सदैव खुषी और आनंद देवे।दि. 6.8.2010

श्री मितेष आर.पटेल,
पंचशील नगर,बोरसी
मो. 09691103495
09993358937

ढग तांत्रिकों से सावधान

दिनांक 9.2.2010 फरवरी रात को 12 बजे करीब कोई काली छाया मेरे ऊपर पड़ी, जो मुझे काले रंग की दिखाई दी, वह काली छाया कुछ दिन मुझे रात में डराते रहा। एक दिन मुझे पता चला कि वो मेरे साथ संभोग भी करने लगा, सुबह कमर दुखती थी और कमजोरी लगती थी। इस इलाज के लिए पद्मनाभपुर वाले पंडित के पास गई, उनको 5000/-रू दिये परन्तु कोई फायदा नहीं हुआ, इसके बाद नरेन्द्र जी अग्रवाल के पास आई इनके इलाज से मेरा शरीर हल्का हो गया, भूख लगने लगी। यह इलाज 17 दिन चला, उसमें 50 प्रतिषत फायदा लगा। दिनांक 12.6.2010 को पूर्ण हुआ और अब मैं पूर्णतः स्वस्थ्य हो गई हूं। अग्रवालजी की मैं बहुत आभारी हूं। उन्होंने मेरा पूरा इलाज निःषुल्क किया, मेरी स्थिति को देखते हुये एक रूपये भी नहीं लिये। मै ईष्वर से उनके लिए यह दुआं करती हूं कि जिस तरह मेरा जीवन खुषियों से भर गया है, उनका जीवन भी हमेषा सदा बहार रहे। दि.14.6.2010

श्रीमती रचना गुमास्ता,
दुर्ग

भ्रमीत होने से बचें

मैं अपने पत्नि के स्वास्थ्य के संबंध में विगत कुछ वर्षाें से काफी परेषान था। मैं उन्हें मानसिक रोग डॉक्टर,पंडितों एवं तांत्रिकों को भी दिखाया था। उन्होंने जैसा करने को कहा वैसा मैेंने सभी कुछ किया, परन्तु उन्हें कोई भी लाभ प्राप्त नहीं हुआ। उनकी तकलीफ कुछ बाधा होने जैसे लगती थी। तांत्रिकों ने भी इस प्रकार की बाधा होने की बात बता दी थी। परन्तु अचानक 2001 में श्री अग्रवालजी से हुई। पत्नि की समस्या को बताते हुये जांच करवाया, मैंने यह भी बताया कि इन्हें बच्चों की परीक्षा के बाद बालाजी ले जाने का कार्यक्रम निष्चित हुआ। परन्तु अग्रवालजी ने जांच उपरान्त बताया कि इन्हें बाहरी बाधा नहीं है,इन्हें ग्रहों की तकलीफ है। इस पर पत्नि को गोमेद एवं पन्ना की अंगूठी पहनाई गई। 24 घंटे के भीतर पत्नि की परेषानी में सुधार का एहसास हुआ एवं एक सप्ताह में परिस्थिति लगभग काफी सुधर गयी। इसके पश्चात् मैं लगातार समय-समय पर इनसे जांच करवाता रहा और अग्रवालजी के निर्देषानुसार रत्न धारण करते रहा। इससे मेरी पत्नि परेषानियों से मुक्त होते हुए राहत महसूस कर रही है, यदि अग्रवालजी की सलाह नहीं मानते तो बालाजी जाने की और बाकी समस्या उत्पन्न होने के बाद अग्रवालजी ने ही बताया। उक्त परेषानियों से निजात दिलाने में अग्रवालजी का काफी सहयोग रहा, उनका मैं आभारी रहंुगा। दि. 5.6.2010

जी.के.सिंघानिया
श्रम निरीक्षक,
नन्दा नगर इन्दौर
मो.नं. 09826851651

Wednesday, May 4, 2011

ग्रहों की तकलीफ दूरे करने से अनेकों सुधार

मैं ओम सृष्टि 28.4.2010 को अग्रवाल जी के पास रूद्राक्ष जांच करायी थी उस समय मुझे रात में नींद आती थी। दीमाग में टेंषन रहता था, भुख नहीं लगती थी। गले से नाभी तक अन्दर जलन होती थी, शरीर बहुत कमजोर एवं दुबला हो गया था। जांच उपरान्त मुझे समान पहनने को दिया गया, उसे पहनने पर उसी रात से मुझे नींद अच्छे से आई तथा दूसरे दिन से खाना भी बहुत अच्छे से खाने लगी। चमत्कार बतौर गले से नाभी तक की जलन उसी दिन समाप्त हो गयी और मैं अपने घर का काम बहुत अच्छे से करने लगी। करीब एक माह में मेरा वजन लगभग 7-8 किलो तक बढ़ गया। लगभग पूरी समस्या समाप्त हो गयी। मेरे साथ यह आष्चर्य जनक चमत्कार साबित हुआ। अग्रवालजी के द्वारा यह इलाज निःषुल्क किया गया था।

ओम सृष्टि/राकेष ठाकुर
शंकर नगर दुर्गा चौक के पास
फोन 9200328378

शादी का रिष्ता मिलने एवं व्यापार में लाभ

मेरा नाम अरविन्द कुमार जैन मेरी शादी का योग बनता था मगर किसी ना किसी वजह से वह हमेषा नहीं होता था। इसी तरह मेरी उम्र 30 साल हो चुकी थी। मैं काफी परेषान रहने लगा, काम में मेरा मन नहीं लगता था, जिसकी वजह से मेरा काम भी रूक-रूक कर धीरे चलने लगा। इसी बीच मुझे राधा होम डेकोरेषन में श्री नरेन्द्र अग्रवाल जी से भेंट हुई। अग्रवाल जी द्वारा मेरी समस्या सुनने के बाद मुझे एक नग अंगुठी बनाकर दिये, जिसे पहनने के बाद मेरी शादी डेढ़-दो माह बाद भिलाई में लग गई और मेरा काम भी अच्छा चलने लगा। आज मुझे अपनी दुकान चलाते हुये 06 वर्ष हो चुके हैं, अग्रवालजी द्वारा बताये जाने के बाद मेरा व्यापार घर अच्छा चल रहा है। आज अग्रवालजी ने मुझे काफी डिप्रेषन से बाहर निकाला है, मैं जीवन भर अग्रवाल जी का आभारी रहुंगा, मेरे संपर्क में अगर कोई मेरा मित्र या परिचित परेषान मिले तो मैं उन्हें अग्रवालजी के पास ले आउंगा। इन्ही शब्दों को विराम देते हुए अग्रवालजी मैं तथा मेरा परिवार आभारी हैं।

अरविन्द जैन
खण्डेलवाल कालोनी,
सूर्य उदय नगर
प्लायुड गंजपारा
बैंक ऑफ बड़ोदा के सामने
मो. 09302164104
दि. 27.4.2010

नौकरी तथा आर्थिक समस्या का निराकरण

मैं करीब 2 वर्ष पूर्व अग्रवालजी से रूद्राक्ष जांच कराने आया था, उस समय 3-4 अंगूठी पहना था, उसे उतारकर सिर्फ तांबे का कड़ा पहनने को बताया, इस स्थिति में मुझे आर्थिक तथा सर्विस में प्राबलम थी, वह प्राबलम कड़ा पहनने के बाद टोटल खत्म हो गयी, आज मेरे पास बाईक गाड़ी भी हो गयी है। आज मैं पुनः जांच कराने आया हूं।

अमितोष चक्रवर्ती
दीपक नगर दुर्ग
गली नं.-5
मो. 09907428304
दि. 24.4.2010

विरोधीयों पर सफलता

मैं तीन वर्षाें से लगातार यहां आ रहा हूं। श्री नरेन्द्र कुमार अग्रवाल जी रूद्राक्ष द्वारा जांच करता आ रहा हूं और पूर्व में भी मुझे कई प्रकार की परेषानी जैसे चिड़चिड़ापन, काम में मन नहीं लगता था, पर जब से इनके संपर्क में आया हूं। तब से मुझ लगातार लाभ प्राप्त हो रहा है। मैं यहां समय-समय पर इंदौर से यहां आकर जांच कराता हूं तथा इससे मुझे काफी लाभ प्राप्त हुआ है। यहां से पहनने वाले नग से मै काफी उन्नति कर रहा हूं अब मेरा काम में मन लग रहा है तथा इससे मैंने अपने विरोधियों को ध्वस्त किया, जिससे उन्हें मुझसे ईष्या होने लगी, कई बार तो मुझे नीचा दिखाने की कोषिष करते है पर इससे वह सफल नहीं हो पाते हैं।

पंकज निहानिया
1040/10नन्दा नगर इन्दौर
मो. 9826305301

गर्भ धारण में डॉक्टरी इलाज से फायदा नहीं होने पर भी इस विधि से लाभ

मै शैलेन्द्र कुमार अपनी तथा पत्नी की समस्या के संबंधी 07.01.2010 को अग्रवाल जी से मिला। अग्रवाल जी द्वारा जांच कर हमें रत्न धारण कर विभिन्न सकारात्मक अनुभव होने लगा, यहां तक मैं अपनी शारीरिक कमजोरी से उबरकर स्वस्थ्य महसूस करने तथा मेरी पत्नी श्रीमती माधुरी पारकर की मासिक धर्म संबंधी परेषानी से निजात मिलने लगा हमें15.02.2010 को मेरी पत्नी द्वारा गुड न्यूज गर्भ धारण सुनकर मुझे और भी अधिक विष्वास,खुषी हुई। रत्न धारण एवं अग्रवाल जी के सलाह के लिए उन्हें धन्यवाद देता हूं, जो कि हमारे समस्या को हल किये । डाक्टरी इलाज से हमें कहीं अधिक अल्प समय में ही लाभ मिला जिसके लिए अग्रवाल जी को धन्यवाद।

शैलेन्द्र कुमार पारकर
ग्राम बेलोदी जि.दुर्ग
मो. 09752110535
दिनांक 14.4.2010

Sunday, October 11, 2009

महवारी के असहनीय दर्द से मिलेगा जल्द छुटकारा (लेडिज मेन्सुलीन)

महिलाओं को हर महिने में होने वाले रजोस्त्राव की तकलीफ में परमानेंट छुटकारा मिलने लगा है। इस तकलीफ को दूर करने हेतु नरेन्द्र कुमार अग्रवाल ने रूद्राक्ष से जांच करके एक नये शोध को अंजाम तक पहुंचा कर सफलता प्राप्त की है। महिलाओं की इस तकलीफ को दूर करने के लिये किसी भी प्रकार की कोई दवा का सेवन नहीं करना पड़ता। केवल रूद्राक्ष द्वारा जांच करके रत्न धारण करने मात्र से यह समस्या दूर हो जाती है। इस समस्या के निदान हेतु धारण किये गये रत्न से इंसान (धारक) को अन्य दूसरे किसी भी क्षेत्र में साईड इफेक्टस या नुकसान नहीं होता है। महिलाओं में यह तकलीफ विवाह होने के पूर्व से ही कष्ट दायक रहती है। अधिकतर महिलाओं को प्रतिमाह राजोस्त्राव के दो तीन दिन पहले से दर्द शुरू होकर रजोस्त्राव बंद होने तक रहता है। रजोस्त्राव के दौरान होने वाले दर्द से निजात दिलाने में यह शोध कारगार साबित हुआ है। अभी तक किये गये शोध पूर्ण रूप से सफल हुए हैं। लेडिज मेन्स पेन प्राब्लम साल्व रिसर्च बाई नरेन्द्र कुमार अग्रवाल,दुर्ग (इण्डिया)

Monday, September 28, 2009

धारण किये गये गलत रत्न उतरवाने से लाभ

मैं शिव अग्रवाल राधा होम डेकोरेट फर्निचर खरीदने आया था। फर्निचर देखने के बाद अंकल श्री नरेंद्र अग्रवालजी से मेरी मुलाकात उनकी शॉप में हुई थी, जिसमें मेरी हाथ की रेखा को देखा। मेरी उंगली में पहनी अंगुठी उतारने की सलाह दिया और एक माह के बाद मिलने की सलाह दी। एक माह बाद दोनों अंगुठी उतारने के बाद आर्थिक स्थिति सुधारने लगी। फिर एक माह बाद मुझे अंगुठी पहनने की सलाह दिनांक ८.७.०९
शिवनारायण अग्रवाल
आशानगर दुर्ग
९९२६७०७४४४


ग्रहों से उत्पन्न बिमारी रत्नों से ठीक होती है

दिनांक ८.८.०९ को रूद्राक्ष द्वारा जांच कराने करीब १२:३० बजे आया था। जांच के समय मैं टायगर स्टोन धारण करीब ९ वर्ष पूर्व से किया था। मुझे वात दर्द की तकलीफ थी के लिये डेढ़ वर्ष से डाक्टरी दवा एवं अन्य पद्धति से भी ईलाज करा चुका था। परंतु मुझे अपेक्षित लाभ नहीं मिला। उक्त तकलीफ के लिये मैं डेढ़ वर्ष से दवा भी खा रहा था। जांच उपरान्त टायगर स्टोन रिंग उतारने को गया था तथा गोमेद धारण करने के लिये अंगुठी बनायी गयी, जिसे इसी दिन शाम ६:५० मिनट पर धारण करना था। जब शाम को धारण करने आया तब तक मुझे मेरे शरीर की तकलीफ में आंशिक आराम लगा। धारण गोमेद के उपरान्त १-२ दिन में ही मुझे तकलीफ मेंइससे मुझे विश्वास हो गया कि कोई भी रत्न उचित परामर्श के अभाव में धारण नहीं करना चाहिए। इससे मैं यह कहता हूं कि मेरे साथ जो हुआ वि आश्चर्य ही नहीं वरन सत्य है।

दिनांक १९.सतीशचंद सुराना
गंजपारा दुर्ग
सेकेट्री सुराना पब्लिक स्कूल दुर्ग
फोन ०७८८ २२१००१६
२३२०७१६




शारीरिक सौंदर्य प्राप्त होते हैं

मैं सुशील सोनी निवासी भिलाई में सहारा समय का रिपोर्टर हूूं, २ वर्ष पूर्व मैं शारीरिक और मानसिक कष्ट के अलावा अन्य समस्याओं को लेकर श्री अग्रवालजी के पास आया था। श्री अग्रवालजी मेरी समस्याअें को सुनने के बाद मुझे एक रत्न जड़ीत चांदी की अंगुठी दिये। शुरूवात में मैं इसे सामान्य ही मानता रहा, लेकिन ३ दिन के भीतर ही मुझे इसका सकारात्मक और लाभदायक असर दिखने लगा, लेकिन दुर्भाग्यवश अगस्त ०९ में मेरी यह अंगुठी अचानक कहीं गुम हो गई, अंगुठी के गुम होते ही दुखद और कष्टदायक परिणाम सामने आने लगे। आज दिनांक १४.९.०९ को मैं दोबारा अग्रवालजी के पास इस उम्मीद से आया हूं, कि मेरे पुराने दिन वापस लौट आये।धन्यवाद!
दिनांक १४.९.०९
सुशील सोनी
सहारा समय सवांददाता दुर्ग
मो. ९८२७१६९९८६

व्यापार में तुरंत इंकम होती है

मैं बिकास कुमार अग्रवाल रहने वाला सीमलीगुडा से मेरी राशि मिथुन है, जब से मैंने ये अंगुठी बनवाई, गोमेद की उस दिन के बाद मुझे कहीं पर भी जाने से घबराहट नहीं हुई, चाहे अपने गांव में या बाहर, किसी शहर में भी। पहले ही दिन में मुझे करीबन २५०० का मुनाफा भी हुआ और मुझे यकिन हो गया कि ये अंगूठी मेरे लिये लाभदायक है। अंगुठी पहनने के पहले खरीदी नहीं कर पाता था, खबराहट होती थी, जो अब बिल्कुल ठीक हो गयी है। अब बेधड़क खरीद पाता हूं
दिनांक १४।९.०९
बिकास कुमार अग्रवाल
सीमलीगुड़ा
जिला कोरापुट
उड़ीसा
मो. ९४३७७८८७४०

रत्न और मंत्र प्रमोशन दिलाते हैं

मैं श्रीकान्त मोरेश्वर अम्बलकर आर.आई.टी.एस. एलटीडी, में मैनेजर के पद पर कार्यरत था तथा मैंने अपनी ऊंगली में माणीक रत्न धारण किया हुआ था तभी मेरा प्रमोशन का आया तब मैं श्री अग्रवालजी के पास सिद्ध रूद्राक्ष से जांच करवाने आया मेरा अग्रवालजी पर पूरा विश्वास और श्रद्धा थी। अग्रवालजी ने सिद्ध रूद्राक्ष से जांचकर मुझे माणीक उतारने की और गोमेद पहनने की सलाह दी तथा साथ ही मुझे एक मंत्र भी दिन में ११ बार जाप करने के लिए दिया। मैंने पूरी श्रद्धा के साथ अग्रवालजी के निर्देशानुसार गोमेद धारण किया तथा इंटरव्यू तक अग्रवालजी द्वारा दिया गया मंत्र जाप करता रहा। ईश्वर की कृपा हुई व मेरा प्रमोशन डिप्टी जनरल मेनेजर सिविल के रूप् में हो गया। आज मैं अग्रवालजी का आभारी हूं तथा सिद्ध रूद्राक्ष पर मेरा श्रद्धा और भी बढ़ गई है। शुभम् अस्तु!

दिनांक ११.९.०९
श्रीकान्त मोरेश्वर अम्ब्लकर
डिप्टी जनरल मेनेजर सिविल
६एफ/स्ट्रीट ३/से. १०
भिलाई छ.ग.
मो. ९४२४१२२१६३

पारिवारिक सुख और शांति मिलती है

मैं विजय विश्वकर्मा शंकरनगर निवासी पेशे से फर्निचर ठेकेदार हूं।मैं अग्रवालजी के पास आने के पहले कई ज्योतिष के पास जाकर पांच प्रकार के बहुमूल्य रत्न पहना था, फिर भी मुझे किसी प्रकार की राहत नहीं हुई, बल्कि मुझे मानसिक राहत नहीं हुई बल्कि मुझे मानसिक परेशानी व कार्यों में बाधाऐं आने लगी।मैं आदरणीय अग्रवालजी से सम्पर्क किया, अग्रवालजी ने हमारे पहने हुए किमती रत्नों की जांच की व उससे पड़ने वाले प्रभावों को हमारे शरीर से जोड़ कर देखा तो सभी रत्न नकारात्मक प्रभाव दे रहे थे, अग्रवालजी के निर्देशानुसार मैंने सभी रत्न उतार दिया व उनके द्वारा रूद्राक्ष से चेक कर मुझे एक ख्रत्न फिरोजा पहनाया आज फिरोजा पहने मुझे तीन महीने हो गया है, मेरा व्यापार कि स्थिति बहुत अच्छी हो गई है व मेरा बात-बात में टेन्सन,गुस्सा भी जाता रहा। मुझे आदरणीय अग्रवालजी से सम्पर्क होने के बाद मेरे व्यापारिक व मानसिक कष्टों का निवारण हो गया, अब मैं एक शांतिपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहा हूं मैं आदरणीय अग्रवालजी का तहेदील से आभारी हॅंू कि वे मेरी सभी समस्याओं से निवारण किया।मेैं यह पत्र अगुंठी पहनने के तीन माह बाद लिख रहा हॅूं, मैं अग्रवालजी के निराकरण से संतुष्ट हॅंूधन्यवाद!

दिनांक १०.९.०९
विजय 0विश्वकर्मा
बौद्धबिहार रोड शंकरनगर,दुर्ग
छ.ग.
मो. ९३२९७६५२२२
रेसी. ०७८८२३१५१४