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Monday, September 28, 2009

रत्न और मंत्र प्रमोशन दिलाते हैं

मैं श्रीकान्त मोरेश्वर अम्बलकर आर.आई.टी.एस. एलटीडी, में मैनेजर के पद पर कार्यरत था तथा मैंने अपनी ऊंगली में माणीक रत्न धारण किया हुआ था तभी मेरा प्रमोशन का आया तब मैं श्री अग्रवालजी के पास सिद्ध रूद्राक्ष से जांच करवाने आया मेरा अग्रवालजी पर पूरा विश्वास और श्रद्धा थी। अग्रवालजी ने सिद्ध रूद्राक्ष से जांचकर मुझे माणीक उतारने की और गोमेद पहनने की सलाह दी तथा साथ ही मुझे एक मंत्र भी दिन में ११ बार जाप करने के लिए दिया। मैंने पूरी श्रद्धा के साथ अग्रवालजी के निर्देशानुसार गोमेद धारण किया तथा इंटरव्यू तक अग्रवालजी द्वारा दिया गया मंत्र जाप करता रहा। ईश्वर की कृपा हुई व मेरा प्रमोशन डिप्टी जनरल मेनेजर सिविल के रूप् में हो गया। आज मैं अग्रवालजी का आभारी हूं तथा सिद्ध रूद्राक्ष पर मेरा श्रद्धा और भी बढ़ गई है। शुभम् अस्तु!

दिनांक ११.९.०९
श्रीकान्त मोरेश्वर अम्ब्लकर
डिप्टी जनरल मेनेजर सिविल
६एफ/स्ट्रीट ३/से. १०
भिलाई छ.ग.
मो. ९४२४१२२१६३

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