आदरणीय अग्रवालजी के पास लगभग १ माह पूर्व आया था। परेशानी भी व्यापारिक और व्यवहारिक दोनों ही तरह थी। व्यापार में सपोर्ट नहीं मिल रहा था और घरेलू माहोल अशांत था। सच कहुं तो आत्महत्या को मन बनने लगा। पुराने गडे मुर्दे उखड़ने लगे थे। लोग यह जानते हुये भी कि कुछ भी नहीं है, परेशान करते थे। आज लगभग १ माह से अग्रवालजी से परामर्श लेने के बाद सुधार होने लगा। व्यापार में लोगों का सपोर्ट मिलने लगा। परिवारिक स्थिति में भी शांति एवं सुधार है । अग्रवालजी जी को हृद्य से बारम्बार सादर धन्यवाद, आपको सादर नमन करता हुं।
दिनांक १६।५।०८
अविनाश सिंह
४बी/५१/सें.-०८
९८२६१९८७१३
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