भारतीय ज्‍योतिष के इस परम्‍परागत प्रयोग पर मैं निरंतर कार्यरत हूं आशा है आप भी इससे लाभ प्राप्‍त करेंगे

Saturday, July 26, 2008

नेचर में परिवर्तन भी होता है

मैंने पहली बार ये रत्न अग्रवाल अंकल जी से रूद्राक्ष जांच के बाद पहना है, उससे पहले कुछ भी अपनी इच्छा से पहन लिया करती थी। पर मुझे गुस्सा ,चिड़चिड़ापन महसूस होता था। पर जब से अंकल जी के राय से रत्न धारण किया है, तब से मुझे बहुत हल्का महसूस होता है। या ऐसा कह सकती हूँ कि मैंने अपना खुद का दिमाक शांत पाया है। गुस्सा कम हो गया, परेशानी नहीं होती।
तो ऐसा कह सकती हूँ ,कि इसे धारण करने के बाद मैं खुद बहुत बदलाव महसूस कर रही हूँ । और इसका असर मैं उसी दिन से महसूस करने लगी जब इसे पहना।

शालिनी सिन्हा
२० /१० राधिका नगर सुपेला ,भिलाई
मोबाइल नंबर ९३००१०७२०७

No comments: