रूद्राक्ष जांच से रत्नों का चमत्कारिक लाभ ये है कि जातक के ग्रहों की वर्तमान स्तिथि क्या है और कैसी है, की जानकारी तुरन्त हो जाती है, यह जांच जातक की स्वयं की उपस्थिति में ही संभव है। इस जांच से ग्रहों की स्थिति की जानकारी करने और जांच कराने वाले तथा साथ में आये मेहमान सभी को दिखाई देती है। प्रत्येक इंसान के ग्रहों की स्थिति हमेशा अनुकूल नहीं होती, यदि सभी लोगो की स्थिति हमेशा अनुकूल होती तो फिर बात दुख की ही क्या थी।
रूद्राक्ष जांच प्रयोग से जातक के प्रतिकूल ग्रहों को देख कर उन्हें अनुकूल बनाने के लिए अलग अलग रत्नों से जांच कर निर्णय लिया जाता है कि जातक के लिए कौन सा रत्न धारण करना कितना उचित होगा । इस जांच से धारण कराये गये रत्न अपना प्रभाव कुछ लोगों को तो तत्काल दिखा देते है, तथा कुछ लोगो को तीन से सात दिन के अंदर आंशिक रूप से दिखाना शुरू कर देते हैं तथा कुछ लोगों को विलंभ से दिखाते है। जिन लोगों की बहुत जटिल अर्थात नुकसान दायक स्थिति होती है, उन्हें होने वाले नुकसान से भी बचाव होता है, था कुछ लोगो का नुकसान रत्न धारण पश्चात् होना बंद हो जाता है।
इस जांच द्वारा यह भी आसानी से देखा जा सकता है जैसे कि कुछ समस्या के निदान हेतु अनेेक प्रकार के रत्न या रत्न के साथ कुछ धातु धारण किये होते है, तो उनमें से कौन सा रत्न या धातु उनके लिए धारण करना नुकसान दायक है, ये देखकर आसानी से निर्णय लिया जाता है। इस निर्णय के अनुसार धारण कर्ता को त्वरित लाभ महसूस होने लगता है कुछ लोग अनावश्यक रत्न या धातु या दोनो धारण किये होते है इसको भी जांच द्वारा देखकर उन्हें भी उतार देने मात्र से भी समस्या सुलझ जाती है। इसी लिए कहते है कि असमय अनावश्यक रत्न धारण करना अनुचित होता है। यह बात इस विशेष जांच द्वारा आसानी से देखी जा सकती है। रूद्राक्ष जांच से यह भी देखा जा सकता है कि जातक का कारक ग्रह प्रतिकूल है और उसे अनुकूल करने के लिए कौन सा रत्न या धातु या जड़ी बूटी धारण करना होगा जिससे वह अनुकूल होकर उसे लाभ दे सके। इस जांच की विशेषताएं अनेक हैं जिसका उल्लेख बहुत लंबा होगा अत: इसे यही विराम लंबा होगा अत: इसे यही विराम दिया जाता है। आइये ''रूद्राक्ष जांच`` के दुर्लभ अनुभवों को समझे ........!
श्री प्रकाश नाथ ,भिलाई ,कन्या राशि।
समस्या :- भयंकर टेंशन ,धारण किये थे माणक, पुखराज, और मंूगा उक्त तीनों रत्न धारण की स्थिति में रूद्राक्ष द्वारा जांच किये जाने पर शुक,केतु,चन्द्रमा,बुध,मंगल नीच ,तथा राहु कुल छ: ग्रह एंटी होना देखा गया तथा धारण किये गये तीनों रिंग को उतार कर पुन: रूद्राक्ष द्वारा जांच की गयी इस स्थिति में बुध ,तथा मंगल दो ग्रहों की स्थिति एंटी प्राप्त हुईर्। ३.२५ कैरेट के पन्ना को चांदी के रिंग में धारण कनिष्टा अंगुली मै बुधवार को कराया गया। गुरूवार को प्रात: धारक द्वारा जानकारी दी गई कि अब बिलकुल भी टेंशन नही लग रहा है अब मैं टेंशन फ्री हो गया हॅू। मोब.नं०:- ९८९३२३९९३२.
श्री एस.के. नारायण,डिप्टी जनरल मैनजर ,प्रोजेक्ट,बी.एस.बी.,भिलाई कुण्डली से कर्क राशि।
समस्या :- टेंशन तथा इलाज से भी शारिरिक तकलीफ में सुधार नहीें। धारण किये थे रूद्राक्ष, नीलम,तथा सफेद पुखराज। सफेद पुखराज। पूर्व धारण की स्थिति में रूद्राक्ष द्वारा जांच की गई जिसमें शुक्र,सूर्य,मंगल नीचे,राहु तथा गुरू कुल पांच ग्रह एंटी होना पाया गया। उपरोक्त धारण किये गये सभी रत्नों को उतार कर रूद्राक्ष द्वारा जांच किये जाने पर सिर्फ सूर्य एवं गुरू दो ही ग्रह एंटी होना पाया गया। दोनों ग्रह का इलाज माणक धारण करने से होना बताया गया। धारक द्वारा कुछ दिन सिर्फ उतार कर जांच किया गया जिसमें काफी राहत मिली तथा फिर माणक धारण किया गया। और कुल १५ दिन के अंदर हेल्थ में भी काफी सुधार होना बताया गया। फोन नं. :- ०९९०७१८२६०७, ०७८८-२३५२२३८.
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