मैं कीर्ति पीड़ीयार दिनांक १७.७.०९ को श्री नरेन्द्र अग्रवालजी से जांच कराने आई थी। उस समय मुझे काफी लंबे समय से शारीरिक कष्ट जैसे एसीडीटी व नाभि से लेकर गले तक अजीब सी तकलीफ होती थी तथा कार्य में असफलता होना एवं मन अशांत रहतेे हुए डावाडोल कान्फीडेंस होता था रात में नींद भी ठीक से नहीं आती थी। शारीरिक कष्ट भी बहुत था। बार-बार दुर्घटना से चोट भी आती थी। जांच उपरान्त अग्रवाजी द्वाराएक गोमेद की अंगुटी पहनने की सलाह दी गयी इसके बाद शाम को मैं डॉ.इशर के यहां जांच करने गयी उन्होंने जांच करके बताया कि आप सुबह हास्पीटल में आकर एन्उोस्कोपी कर लेवें। मैं रात में अग्रवालजी के बताये अनुसार अंगूठी एक ताबीज धारण करली। धारण करने के बाद मुझे रात में नींद बहुत आयी तथा सोने के पहले तकलीफ भी कुछ कम होना महसूस हुआ।तक काफी तकलीफ कम हो गयी फिर भी डॉ के निर्देशानुसार मैं हास्पिटल गयी और डॉ से पुन:चेक करवायी तो वही डॉ ने कहा अब एन्उोस्कोपी की जरूरत नहीं सिर्फ दवा खाइये। इस प्रकार से एक ही रात में आश्चर्यजनक चमत्कार हुआ अनेकों समस्याओं में सुधार हुआ शारीरिक रूप से एकदम स्वस्थ हूं, इसलिए अंकलजी की सदा आभारी रहॅूंगी।
दिनांक १.८.०९
कीर्ति पीड़ीयार
महावीर कालोनी
मकान नं.-६९
No comments:
Post a Comment